डॉलर बिना लड़ाई के हार नहीं मानेगा।
बाजार की याददाश्त थोड़ी कमज़ोर होती है। जब अमेरिकी डॉलर (U.S. dollar) ने सितंबर के मध्य में मजबूती दिखाई, तो इसे व्यापार विवाद (trade conflict) के बढ़ने, फेडरल फंड्स रेट के भविष्य पर बाज़ार की धारणाओं के पुनर्मूल्यांकन, फेड में मतभेद, और फ्रांस में राजनीतिक संकट के कारण बताया गया। निवेशकों ने शायद यह भूल गया कि USD इंडेक्स में वर्ष के पहले छमाही में 10% गिरावट का मुख्य कारण व्हाइट हाउस की कमज़ोर डॉलर की इच्छा थी। डोनाल्ड ट्रम्प के दौरे और उनकी टीम की एशिया यात्रा ने इसे याद दिलाया।
स्कॉट ब्रेसेंट (Scott Bessent) ने अपनी सहकर्मी सात्सुकी कटायामा (Satsuki Katayama) के साथ बैठक में जोर देकर कहा कि बैंक ऑफ़ जापान (Bank of Japan) को यथोचित मौद्रिक नीति (reasonable monetary policy) का पालन करना चाहिए। मजबूत श्रम बाजार (strong labor market) और तीन साल से अधिक समय तक 3% से अधिक मुद्रास्फीति (inflation) के मद्देनज़र, यह निकट भविष्य में ब्याज दर बढ़ोतरी (interest rate hike) का संकेत देता है।
और पढ़ें
*यहां पर लिखा गया बाजार विश्लेषण आपकी जागरूकता बढ़ाने के लिए किया है, लेकिन व्यापार करने के लिए निर्देश देने के लिए नहीं |


Thread: 
Thanks
Currently Active Users
Forex Forum India Statistics